
विंध्याचल धाम में चल रहे शारदीय नवरात्र मेला के तीसरे दिन शनिवार को विंध्य धाम में आस्थावानों का सैलाब उमड़ा रहा। कमलनयनी के दर्शन कर श्रद्धालु अभिभूत रहे। देश के कोने-कोने से आए श्रद्धालु शनिवार की भोर से ही कतारबद्ध हो गए। मंगला आरती के बाद जैसे ही मंदिर का कपाट खुला गर्भगृह की ओर जयकारे लगाते हुए माता की एक झलक पाने के लिए टूट पड़े। शारदीय नवरात्र के तृतीया तिथि शनिवार को झांकी के रास्ते मां विंध्यवासिनी की एक झलक पाने के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी रहीं। नवरात्र का तीसरा दिन शनिवार होने के कारण सुबह उमड़ी भीड़ को संभालने के लिए सुरक्षाकर्मियों को काफी मशक्कत करना पड़ा।लंबी प्रतीक्षा के बाद माता की एक झलक प्राप्त कर श्रद्धालुओं के चेहरे पर एक अलग ही आत्म संतुष्टि नजर आ रही थी। विंध्यवासिनी मंदिर छत पर अनुष्ठान व साधक साधना में जुटे रहे। वहीं परिक्रमा पथ के छत पर बच्चों के मुंडन कार्य जारी रहे।
मां विंध्यवासिनी दरबार के साथ ही त्रिकोण मार्ग पर स्थित काली खोह व अष्टभुजा मंदिर पर आस्थावानों की भीड़ उमड़ पड़ी। हजारों की संख्या में पहुंचे भक्तों ने दोनों माताओं का जहां दर्शन और पूजन किया।
