प्रयागराज कुंभ के पहले एक बार फिर महिला संतों ने अपने लिए अखाड़ों की तर्ज पर अलग से अमृत स्नान और तमाम सुविधाओं की मांग को लेकर एकजुट हो रही हैं। यही नहीं बुधवार को हरिद्वार में महिला संतों ने परी अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर के पद पर जाग्रत चेतना गिरी का चयन कर लिया। महिला संतों ने प्रधानमंत्री मोदी से प्रयागराज कुंभ मेले में पुरुष प्रधान अखाड़ों की तरह उनके लिए भी सुविधाओं की मांग की हैं। हरिद्वार, वृंदावन, प्रयागराज, वाराणसी समेत देश के कई हिस्सों में आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करने वालीं हजारों महिला संत हैं। उन्होंने परी अखाड़े के लिए आचार्य महामंडलेश्वर पद पर महिला संत का पट्टाभिषेक कर अपनी एकजुटता का संदेश भी दे दिया है। परी अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर जाग्रत चेतना गिरी को हरिद्वार के भूपतवाला स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चारों और पूरे रीति रिवाज से पट्टाभिषेक किया गया। परी अखाड़े की प्रमुख त्रिकाल भवंता का कहना है कि उनके अखाड़े को 14वां अखाड़ा ना माना जाए, बल्कि सभी अखाड़ों की तरह उन्हें कुंभ में पूरा सम्मान दिया जाए। परी अखाड़ा प्रमुख का कहना है कि वह किसी भी विवाद में जाना नहीं चाहतीं। उनके अनुसार देश भर में घूम-घूम कर वे परी अखाड़े में सभी महिला संतों को शामिल करेंगी और महिला संतों को उनका अधिकार दिला कर रहेंगी।