मथुरा के बरसाना स्थित लाडली जी मंदिर की सेवा पूजा को लेकर सेवायत गोस्वामियों के बीच विवाद गहराता जा रहा है। एडीएम प्रशासन और एसडीएम ने मंगलवार को सेवायतों के बीच विवाद की स्थिति को देखते हुए गोवर्धन के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में तीनों पक्षों से बंद कमरे में अलग-अलग वार्ता की। इस समय मंदिर की सेवा रासबिहारी गोस्वामी कर रहे हैं। दूसरा पक्ष 27 अप्रैल से मंदिर की सेवा ग्रहण करने का दावा कर रहा है।
जानकारी के मुताबिक माया देवी ने हरवंश लाल गोस्वामी की विधिक पत्नी होने का दावा सिविल न्यायालय छाता में पेश किया था। न्यायालय ने माया देवी को हरवंश लाल की पत्नी मानने से इंकार करते हुए गुलाब देवी को विधिक पत्नी स्वीकार करते हुए उन्हीं के वंशजों को सेवा के लिए अधिकारी घोषित किया था। न्यायालय ने कहा था कि माया देवी को लाडली जी मंदिर बरसाना की सेवा किए जाने का कोई औचित्य नहीं है।
प्रशासन की भूमिका पर भी उठ रहे सवाल
इसके बाद माया देवी ने उच्च न्यायालय में स्टेट ऑफ यूपी प्रस्तुत की थी। उच्च न्यायालय की डिवीजन बेंच ने माया देवी को लाडली जी मंदिर की सेवा का अधिकारी नहीं मानते हुए याचिका को खारिज कर दिया था। इसके बाद प्रशासन समय-समय पर दोहरे मापदंड अपनाते हुए कभी रासबिहारी, देवेश तो कभी माया देवी पक्ष को मंदिर सेवा में सहयोग करता रहा है। यही कारण है कि बरसाना के लोग प्रशासन की भूमिका पर भी संदेह व्यक्त कर रहे हैं।