हरिद्वार। कुंभ के शाही और पर्व स्नान पर यदि हरिद्वार-दिल्ली हाईवे पर जाम की स्थिति बनी तो हिल बाईपास को वाहनों के आवागमन के लिए खोल दिया जाएगा। मेला प्रशासन ने एक करोड़ 70 लाख रुपये से हिल बाईपास को तैयार किया है। दो साल पहले पहाड़ दरकने से हिल बाईपास पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था।
ब्रह्मपुरी से राजाजी टाइगर रिजर्व के जंगलों से होते हुए खड़खड़ी क्षेत्र तक छह किलोमीटर लंबा हिल बाईपास बना है। हिल बाइपास मार्ग का प्रयोग सामान्य दिनों में नहीं किया जाता है। यह रिजर्व फॉरेस्ट है। इसलिए मार्ग पर बिना अनुमति के कोई प्रवेश भी नहीं कर सकता है। हिल बाईपास का प्रयोग तभी किया जा सकता है, जब किसी स्नान पर्व पर यातायात बहुत अधिक बढ़ जाए। इसके लिए भी जिला प्रशासन को टाइगर रिजर्व प्रशासन से अनुमति लेनी होती है। वर्ष 2019 में हुई भारी बारिश के बाद पहाड़ दरकने से हिल बाईपास पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। तब से हिल बाईपास बंद ही था। कुंभ मेला प्रशासन ने हिल बाईपास का प्रयोग कुंभ मेला में करने के लिए मरम्मत के लिए राजाजी टाइगर रिजर्व से अनुमति ली थी। कुंभ मेला प्रशासन ने एक करोड़ 70 लाख रुपये की लागत से बाईपास को वाहनों के आवागमन के लिए तैयार कर लिया है। संवादहिल बाईपास मार्ग को एक करोड़ 70 लाख रुपये के बजट से बनाकर तैयार कर दिया गया है। इससे यातायात को कंट्रोल करने में काफी मदद मिलेगी।
राजाजी टाइगर रिजर्व के जंगलों से जा रहे हिल बाईपास मार्ग अब पूरी तरह से ठीक है। उसे यातायात के लिए तभी खोला जाएगा, जब किसी स्नान पर्व पर मेला प्रशासन अनुरोध करेगा।

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