अयोध्या। झमाझम बारिश के बीच शुक्रवार को संतों ने परिक्रमा की परंपरा निभाते हुए अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने कामदगिरि की तर्ज पर परिक्रमा की नई परंपरा की शुरुआत की है। इस पहल का उद्देश्य श्रद्धालुओं को रामलला की परिक्रमा करने और उनकी भक्ति में और अधिक रमा होने के लिए प्रेरित करना है।

दूसरे दिन भी श्रीराम जन्मभूमि मंदिर समवेत परिक्रमा…की परंपरा निभाई गई। सुबह 5:30 बजे से 6:30 बजे तक हुई परिक्रमा में चार टोलियों ने भाग लिया। महंत वैदेही बल्लभ शरण के नेतृत्व में संतों ने झमाझम बारिश के बीच परिक्रमा की। उन्होंने कहा कि परिक्रमा केवल शारीरिक प्रयास नहीं बल्कि आत्मा को प्रभु से जोड़ने का साधन है। परिक्रमा की व्यवस्था देख रहे डॉ. चंद्रगोपाल पांडेय ने बताया कि दूसरे दिन शुक्रवार को चार टोलियों में 150 से अधिक लोगों ने परिक्रमा की है। परिक्रमा से अधिक से अधिक लोग जुड़ सकें इसके लिए जगह-जगह साइनेज व फ्लेक्स बोर्ड लगाए जा रहे हैं।

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