संत प्रेमानंद महाराज की रात्रि पदयात्रा बंद होने से निराश भक्तों के लिए खुशखबरी है। अब फिर से संत की पदयात्रा शुरू हो गई है। रात को संत जब आश्रम से निकले, तो दर्शन के लिए आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा।

वृंदावन की पावन भूमि एक बार फिर भक्ति की सरिता में सराबोर हो उठी जब संत प्रेमानंद महाराज की रात्रि पदयात्रा फिर से प्रारंभ हुई। विश्व के कोने-कोने से आए भक्तों ने जब अपने प्रिय संत के दर्शन किए तो उनकी आंखों में श्रद्धा और आनंद छलक उठा।
इसलिए स्थगित कर दी गई थी रात्रि पदयात्रा
कुछ समय पहले संत प्रेमानंद महाराज की रात्रिकालीन पदयात्रा यात्रा स्थगित हो गई थी, जिससे भक्तगणों में निराशा व्याप्त थी। महाराज सुबह के समय गाड़ी से निकल रहे थे। उनका स्वास्थ खराब चल रहा था। लेकिन जैसे ही यात्रा पुनः शुरू होने की खबर मिली, वैसे ही पूरे वृंदावन में हर्ष की लहर दौड़ पड़ी।
संत के आने से पूर्व रंगोली और दीपों से सजाया गया मार्ग
रविवार की रात्रि, भक्तों ने छटीकरा मार्ग स्थित संत प्रेमानंद महाराज के आवास ‘श्री कृष्ण शरणम’ से लेकर रमनरेती मार्ग स्थित श्री राधा हित केली कुंज आश्रम तक के पूरे मार्ग को रंगोली और दीपों से सजाया। जैसे ही महाराज जी अपने आवास से पदयात्रा हेतु निकले, हजारों की संख्या में भक्तों ने जयकारों और भजनों की गूंज के साथ उनका स्वागत किया।
कदम-कदम पर होती रही पुष्पवर्षा
भक्तों ने वाद्य यंत्रों की मधुर ध्वनि और भक्ति गीतों से वातावरण को गुंजायमान कर दिया। मार्ग में कदम-कदम पर पुष्पवर्षा होती रही और ‘राधे राधे’ के जयकारों से पूरा वृंदावन गूंज उठा।