संतों का कहना है कि धर्म और आध्यात्म से हर तरह की बीमारी और मुसीबत से लड़ा जा सकता है.

हरिद्वार: कोरोना से निजात दिलाने के लिए अब धर्म और आध्यात्म का सहारा भी लिया जा रहा है. हरिद्वार में रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम में कोरोना से बचाव के लिए शांति की कामना की गई है. गुरुवार को विशेष प्रार्थना सभा में जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी के साथ 101 वेदपाठी ब्राह्मणों ने शांतिपाठ किया और दुनिया को कोरोना महामारी से मुक्ति दिलाने की कामना की.
संतों का कहना है कि धर्म और आध्यात्म से हर तरह की बीमारी और मुसीबत से लड़ा जा सकता है. स्वामी अवधेशानंद गिरी का मानना है कि शांतिपाठ और यज्ञ में बहुत शक्ति होती है. यज्ञ, शांतिपाठ से नकारत्मक ऊर्जा दूर होती है और जीवन में सकारात्मकता आती है. शांतिपाठ से हमे बीमारियों से भी मुक्ति मिलती है.
रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम के सचिव स्वामी नित्यशुद्धानंद ने बताया कि जब-जब आपदा की घड़ी आई है, हमने भी लोगों की सेवा करने को अपना धर्म समझा है. लॉकडाउन में भी लगातार गरीबों व जरूरतमंदों की सेवा की जा रही है. अब तक कई हजार लोगों को राशन व अन्य जरूरत का सामान वितरित किया जा चुका है. 20 मई तक हमने जरूरतमंदों की सेवा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है.

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