नौगांव (उत्तरकाशी)। यमुनोत्री हाईवे पर स्थित बिल्ला में रुद्रेश्वर देवता के भव्य मंदिर के निर्माण से वीरान जगह को नई पहचान मिलने की उम्मीद है। बिल्ला में रवांई घाटी के 65 गांव के आराध्य देव रुद्रेश्वर देवता का भव्य मंदिर का निर्माण किया जा रहा है, जिस पर करीब दो करोड़ से अधिक धनराशि खर्च होने की उम्मीद है। मंदिर की बनावट में उपयोग लकड़ी पर जौनसार तपलाड़ के राज मिस्त्री सुरेंद्र शाह काष्ठ कला की कलाकृति कर भव्य रूप दे रहे हैं।
लकड़ी पर नक्काशी कर गर्भगृह द्वार पर रुद्रेश्वर देवता, बाबा बौखनाग, महासू महाराज, धर्मराज युधिष्ठिर और माता नाटेश्वरी की मूर्ति को उकेरा गया है। चिनाई में उपयोग लकड़ी पर सूर्य भगवान, गणेश, कार्तिकेय, ब्रह्मा, विष्णु, शंकर, राम बलराम, राधा कृष्ण, परशुराम, लक्ष्मी, महाकाली, दुर्गा सहित सौ से ज्यादा देव मूर्तियों को उकेरा गया है। पांच दशक पहले बिल्ला गांव के 70 परिवार पानी की समस्या से परेशान हो कर गांव से पलायन कर मंजियाली में बस गए थे। लोग बिल्ला में परंपरागत शैली में बने लकड़ी के मकान और अन्न भंडारण के लिए बने कोठारों की लकड़ी और पटाली भी उखाड़ कर मंजियाली ले गए थे, जिससे गांव खंडहर हो गया था। देवता के नाम वाली जगह से लगी आवासीय भूमि के कुछ अंश को मंजियाली गांव के कुछ परिवारों ने मंदिर समिति को दान किया था। इस पर मंदिर का निर्माण किया जा रहा है।
मंदिर निर्माण के राज मिस्त्री सुरेंद्र शाह ने बताया कि लकड़ी पर नक्काशी का कार्य तीन वर्षों से चल रहा है, जो अब पूरा हुआ है। मंदिर पर उपयोग होने वाली लकड़ी पर 100 से अधिक देवी देवताओं की मूर्तियों को उकेरा गया है। यह मंदिर क्षेत्र का सबसे आकर्षक और भव्य होगा। वहीं, रुद्रेश्वर मंदिर समिति के केंद्रीय अध्यक्ष जगमोहन परमार ने बताया कि बिल्ला यमुनोत्री हाईवे से लगी जगह है। यहां रुद्रेश्वर देवता का मंदिर बनने से बिल्ला को नई पहचान मिलेगी और चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्री भी आसानी से देव दर्शन कर सकेंगे।

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