हरिद्वार। कनखल थाना क्षेत्र स्थित सतगुरु ओमदास ट्रस्ट की संपत्ति को फर्जी वसीयत बनाकर हड़पने की कोशिश करने का मामला सामने आया है। ट्रस्ट के पदाधिकारियों को भी जान से मारने की धमकी दी गई। पुलिस ने तहरीर के आधार पर छह आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

पुलिस के अनुसार, सतगुरु ओमदास ट्रस्ट आश्रम कनखल के सचिव व प्रबंधक महंत अनुजदास ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि ट्रस्ट वर्ष 1999 में महंत बीरमदास ने पंजीकृत कराया था, जिसमें धार्मिक स्थल और मंदिर शामिल हैं। ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष अनंत मुनि और वर्तमान में महामंडलेश्वर मोहनदास महाराज ट्रस्ट का संचालन कर रहे हैं। कृष्ण मुनि ने खुद को बीरमदास का शिष्य बताते हुए ट्रस्ट की संपत्ति को हड़पने के उद्देश्य से फर्जी वसीयत तैयार की। हैरानी की बात यह है कि जिन दस्तावेजों में 2003 की तिथि अंकित है, उनमें राज्य का नाम उत्तराखंड दर्शाया गया है, जबकि उस समय राज्य का नाम उत्तरांचल था। आरोप है कि कृष्ण मुनि ने इन फर्जी दस्तावेजों के आधार पर वर्ष 2021, 2022 और अप्रैल 2025 में भी पूरक ट्रस्टनामे तैयार कर पंजीकृत कराए, जिनमें खुद को अध्यक्ष तथा अन्य लोगों को ट्रस्टी दर्शाया गया। आरोप है कि कृष्ण मुनि ने नईम अली, अवनीत मलिक, राहुल सिंह, राघामुनि, मनोहर दास को साथ मिलकर कूटरचना कर फर्जी दस्तावेज तैयार किए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Uttarakhand