हरक सिंह रावत ने कहा कि यदि पार्टी लोकसभा चुनाव लड़ने का अवसर देगी तो वह जरूर चुनाव लड़ेंगे।

पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने अब लोकसभा चुनाव लड़ने का राग छेड़ दिया है। उन्होंने हरिद्वार या फिर पौड़ी सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा यदि पार्टी लोकसभा चुनाव लड़ने का अवसर देगी तो वह जरूर चुनाव लड़ेंगे। इसलिए हरीश रावत को भी बड़ा दिल दिखाना चाहिए।
मंगलवार को हरक सिंह रावत, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह और विधानसभा में कांग्रेस के उपनेता भुवन कापड़ी अचानक भूपतवाला स्थित जयराम आश्रम पहुंचे। यहां पत्रकारों से बातचीत में हरक सिंह रावत ने कहा कि हरीश रावत को बड़ा दिल दिखाना चाहिए। बोले, यह बात मैंने हरीश भाई को भी कही है।
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले टिकट वितरण के दौरान मैने हरीश रावत को फोन किया था। उनसे कहा था कि जीतने वाले उम्मीदवार को ही टिकट दिया जाए, भले वह आपका विरोधी क्यों न हो। उन्होंने कहा कि मैने हरीश रावत को यह भी समझाया था कि जब जीतेंगे तभी तो सरकार बनेगी और कोई सीएम बनेगा। हरक सिंह ने हरीश रावत पर आरोप लगाया कि उन्होंने एक नहीं सुनी और पार्टी को हार को मुंह देखना पड़ा।
हरक सिंह ने कहा कि 2009 में ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी का लोकसभा का टिकट फाइनल हो गया था। प्रीतम सिंह उनके पीछे पड़ गए कि हरिद्वार से हरीश रावत को किसी भी तरह टिकट दिलवाओ। इसके बाद हरीश रावत चुनाव लड़े और जीतकर लोकसभा पहुंचे। हरक सिंह रावत ने कहा कि लोग उम्र के साथ गंभीरता की उम्मीद करते हैं। इसलिए जब हम बड़ी जिम्मेदारी में हैं तो कहीं न कहीं बड़ा दिल तो दिखाना पड़ेगा।
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि देश और जनता के हित के लिए विपक्ष का मजबूत होना जरूरी है। हां, यह बात जरूर है कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पराजित हुई है। कांग्रेस जनता के मुद्दों को सड़क से लेकर सदन तक गंभीरता से ले रही है। कांग्रेस में कहीं कोई गुटबाजी नही हैं, लेकिन जब आपस में बैठते हैं तो राजनीति की बातें होना स्वाभाविक है। इसलिए इनको अन्यथा नहीं लेना चाहिए। इस मौके पर ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी, कांग्रेस प्रदेश महासचिव संजय पालीवाल, महानगर कांग्रेस अध्यक्ष संजय अग्रवाल, अशोक शर्मा आदि मौजूद रहे। आरक्षण और परिसीमन में सत्ता का असर: प्रीतमकांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि हरिद्वार जनपद में होने जा रहे पंचायत चुनाव में भाजपा सरकार का पूरा असर दिखाई दे रहा है। आरक्षण और परिसीमन में सत्ता का पूरा हस्तक्षेप हो रहा है। कांग्रेस के लोगों की ओर से आपत्तियां दर्ज की गई। लेकिन आपत्तियों पर कोई सुनवाई नहीं हुई। जिससे साफ है कि भाजपा सत्ता के बल पर चुनाव जीतना चाहती है। मगर कांग्रेस जनता के साथ मिलकर चुनाव जीतेगी। अप्रमाणित समाचारों से ही निकाल दिया
पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि भाजपा ने मुझे सोशल मीडिया में वायरल हुए अप्रमाणित समाचारों के आधार पर ही पार्टी से निकाल दिया था। पार्टी से निकालने से पहले एक भी बार मेरे से पूछा तक नहीं गया। हालांकि, भाजपा में वापसी पर भी वह कोई सीधा जवाब देने से बचते रहे।