मूंढापांडे थाना क्षेत्र के रौंडा गांव में धार्मिक स्थल की चहारदीवारी को लेकर दो पक्षों के लोग आमने सामने आ गए। पुलिस ने पहुंचकर हंगामा कर रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया तो दूसरे पक्ष ने भी धार्मिक स्थल का निर्माण कराने का एलान कर दिया। इससे मामला बढ़ गया।
आरोप है कि दूसरे पक्ष ने पथराव कर दिया। इससे मौके पर भगदड़ मच गई। इसके बाद पुलिस ने लाठियां भांजकर भीड़ को हटाया। पुलिस ने 34 लोगों पर केस दर्ज कर पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामला दो समुदाय से जुड़ा होने के कारण गांव में पुलिस और पीएसी तैनात है।
मंगलवार को रौंडा गांव में कुछ लोग चामुंडा मंदिर की चहारदीवारी का निर्माण करा रहे थे। इसी दौरान दूसरे वर्ग की महिलाएं और पुरुष आ गए। उन्होंने निर्माण का विरोध शुरू कर दिया। जिसे लेकर दोनों पक्ष आमने सामने आ गए।
इसकी जानकारी मिलने पर मूंढापांडे थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई और उच्च अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। पुलिस की मौजूदगी में दोनों पक्षों में वार्ता चल रही थी। पुलिस कर्मी हंगामा कर रहीं महिला और पुरुष को समझा रहे थे कि निर्माण कार्य रुकवाया जा रहा है।
इसी दौरान दूसरे वर्ग के लोग कहने लगे कि चामुंडा मंदिर की चहारदीवारी का निर्माण नहीं रुका तो वह भी गांव में धार्मिक निर्माण कराएंगे। इससे गांव में तनाव बढ़ गया और दूसरे पक्ष के लोग भी आ गए। पुलिस ने हंगामा करने वाले लोगों को रोकने का प्रयास किया तो उन्होंने पथराव शुरू कर दिया।
सीओ कटघर डॉ. गणेश गुप्ता और प्रभारी इंस्पेक्टर क्राइम सर्वेन्द्र शर्मा ने फोर्स के साथ आरोपियों के घरों में दबिश दी। पुलिस ने पांच आरोपियों को पकड़ लिया है। रौंडा चौकी प्रभारी सुरेंद्र कुमार की ओर से अब्दुल्ला, रहीस समेत 34 लोगों के खिलाफ पुलिस टीम से अभद्रता, सरकारी कार्य में बांधा डालना, सात क्रिमिनल एक्ट में केस दर्ज किए गए है।
एसएसपी हेमराज मीना ने बताया कि पांच आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। अन्य की तलाश में पुलिस टीमें दबिश दे रही हैं।
25 नवंबर को भी दोनों पक्ष आ गए थे आमने सामने
रौंडा गांव में 25 नवंबर को भी चामुंडा मंदिर की चहारदीवारी का कार्य शुरू किया गया था। उस समय भी दूसरे पक्ष के लोग सामने आ गए थे और विरोध किया था। इसके बाद पुलिस की ओर निर्माण करा रहे लोगों को चेतावनी दी गई कि वह अनुमति लेकर ही निर्माण कराएं।
उस वक्त पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ शांति भंग में कार्रवाई की थी। बताया जा रहा है कि राजस्व विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर नापतौल की थी। इसके बाद ही निर्माण कार्य कराया जा रहा था। लेकिन फिर से लोग मौके पर आ गए और हंगामा करने लगे थे।