केदारनाथ में मई के महीने में भी बर्फबारी हो रही है। मंगलवार को यहां लगातार सात घंटे तक बर्फबारी हुई, जिससे केदारपुरी में 20 से 25 सेमी तक बर्फ जम चुकी है। इस दौरान धाम में अधिकतम तापमान 8 डिग्री और न्यूनतम तापमान माइनस 2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
बीते एक पखवाड़े से केदारपुरी में आए दिन दोपहर बाद मौसम खराब होने से बारिश और ऊंचाई वाली पहाड़ियों पर हिमपात हो रहा है। बीते दस वर्षों में यह दूसरा मौका है जब धाम में इतनी बर्फबारी हुई। मंगलवार को केदारनाथ में सुबह से घने बादल छाए रहे और सुबह 8 बजे के बाद बारिश होने लगी।
9 बजे से यहां बर्फ पड़ी शुरू हुई जो शाम 4 बजे तक होती रही। केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्य का जिम्मा संभाले हुए मनोज सेमवाल ने बताया कि बीते दस वर्षों में यह पहला मौका है, जब मई माह में केदारनाथ में घंटों बर्फबारी हुई है। इधर, बीकेटीसी के मीडिया प्रभारी डा. हरीश चंद्र गौड़ ने बताया कि वर्ष 2012 में कपाटोद्घाटन के दिन केदारनाथ में घंटों तक भारी से भारी बर्फबारी हुई थी।

उस समय रामबाड़ा से केदारनाथ तक एक से दो फीट तक बर्फ जम गई थी। इस दौरान हाइपोथर्मिया से एक ही दिन में छह यात्रियों की मौत भी हो गई थी।

इसके बाद बीते एक दशक में इस बार मई माह में केदारनाथ धाम में इस तरह से बर्फ गिरी है।

चमोली जिले में मंगलवार को दोपहर तक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रुक-रुककर जमकर बर्फबारी हुई जबकि निचले क्षेत्रों में बारिश हुई। बदरीनाथ धाम की चोटियां बर्फ से लकदक हो गई हैं, जबकि हेमकुंड साहिब में भी जमकर बर्फबारी हुई है

बदरीनाथ धाम परिसर में भी करीब आधा घंटे तक बर्फबारी हुई, लेकिन कुछ ही देर में बर्फ पिघल गई। बारिश-बर्फबारी से मौसम में ठंडक आ गई है। बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब में ठंड में इजाफा हो गया है।