कांवड़ मेले की सुरक्षा व्यवस्था में आतंकरोधी गुलदार दस्ता भी तैनात किया जाएगा। हरकी पैड़ी और आसपास के संवेदनशील स्थानों पर दस्ते के कमांडो की तैनाती होगी। उत्तराखंड पुलिस का यह दस्ता पिछले दिनों मानेसर स्थित एनसजी के ट्रेनिंग सेंटर में भी अपनी क्षमताओं का लोहा मनवा चुका है। वहां इस दस्ते को आतंकरोधी प्रदर्शन में पहला स्थान मिला था।

हरिद्वार का कांवड़ मेला सुरक्षा के लिहाज से काफी संवेदनशील होता है। बीते कुछ वर्षों से यहां आने वाले कांवड़ियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इस बार भी इनकी संख्या तीन करोड़ से अधिक रहने की संभावना है। ऐसे में पुलिस महकमा किसी भी प्रकार का खतरा मोल लेने के मूड में नहीं है। भीड़ नियंत्रण के लिए घुड़सवार दल को तैनात किया जाएगा। यातायात प्रबंधन के लिए डायवर्जन प्लान तैयार कर लिया गया है।

वहीं, अक्सर हरिद्वार और इसके आसपास महत्वपूर्ण स्थानों पर आतंकी घटनाओं की धमकी भी मिलती रही है। इसी के मद्देनजर कांवड़ मेले में महत्वपूर्ण स्थानों पर एटीएस कमांडो यानी गुलदार दस्ते को तैनात किया जाएगा।

22 महिला कमांडो को दिया गया था प्रशिक्षण

उत्तराखंड देश का चौथा राज्य है, जहां महिला कमांडो की फोर्स गठित की गई है। पिछले साल गुलदार दस्ते में शामिल 22 महिला पुलिसकर्मियों को कड़ा प्रशिक्षण दिया गया था। पुलिस लाइन में प्रदर्शन के दौरान इस दस्ते ने लोगों को दांतों तले अंगुलियां दबाने को मजबूर कर दिया था।

कांवड़ मेले में सुरक्षा की कोई चूक बरदाश्त नहीं होगी। पिछले दिनों सभी पड़ोसी राज्यों के अधिकारियों के साथ सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा की गई थी। इस बार भी आतंकरोधी दस्ते के कमांडो तैनात होंगे। भीड़ नियंत्रण के लिए घुड़सवार बल को भी तैनात किया जाएगा।

-अशोक कुमार, डीजीपी, उत्तराखंड

 

 

By Tarun

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