अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आज उत्तराखंड में केदारघाटी से हरिद्वार के गंगा तट तक योग उत्सव मनाया गया। खास बात यह है कि इस बार गंगा किनारे योग शिविरों का आयोजन कर इसकी भव्यता को और अधिक बढ़ाया गया। प्राकृतिक सौंदर्य के बीच योग कर निरोग रहने का संदेश दिया गया।
कोरोना के दो साल बाद योग नगरी में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बड़े स्तर पर पूरे मनोयोग से मनाया जा रहा है। हजारों लोग सुबह साढ़े छह बजे गंगा के किनारे बह रही मंद-मंद बयार के बीच काया को निरोगी रखने के लिए योग की अलग-अलग क्रियाएं करने पहुंचे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मौजूदगी में परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती के सानिध्य में हजारों लोगों ने योग किया। वहीं अलग-अलग जगहों पर मंत्री विधायकों ने भी योग किया। तपोवन स्थित समर्पणानंद आश्रम में देश विदेश के योग साधकों ने योग किया।
वहीं आईटीबीपी प्रथम वाहिनी सुनील के जवानों द्वारा 14000 फीट से अधिक ऊंचाई वाले भारत चीन सीमा पर रिमखीम में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग किया गया। इस दौरान जवानों ने बर्फ को साफ कर खुले मैदान में अग्रिम चौकियों पर स्वस्थ रहने के लिए योग किया।





14000 फीट से अधिक ऊंचाई वाले भारत चीन सीमा पर रिमखीम में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जवानों ने योग किया। उधर रुड़की में नेहरू स्टेडियम में मुख्य योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, डॉ कल्पना सैनी व विधायक प्रदीप बत्रा मौजूद रहे। स्कूल कॉलेज के मैदानों में बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं योग करने पहुंचे।