विशेषज्ञ समिति की ओर से चारधाम यात्रा मार्गों पर आने वाली चिकित्सा इकाइयों समेत हेल्थ स्क्रीनिंग सेंटर और मेडिकल रिलीफ केंद्रों का निरीक्षण कर यात्रियों को दी जाने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार की जरूरत को देखा जाएगा। इसके बाद समिति सरकार को सुझाव देगी।

चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिए सरकार ने चार सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का गठन किया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन निदेशक डॉ. सरोज नैथानी की अध्यक्षता में समिति बनाई गई है, जो यात्रा मार्गों पर तीर्थयात्रियों को दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं का निरीक्षण कर सरकार को सुझाव देगी। सचिव स्वास्थ्य राधिका झा ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं।

चारधाम यात्रा के दौरान उच्च हिमालयी क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण और पूर्व से किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित यात्रियों की हार्ट अटैक से लगातार मौतें हो रही हैं। चारधाम यात्रा संचालन को एक माह का समय पूरा हो गया है। अब तक चारों धामों में 17 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं, जबकि 148 यात्रियों की मौत हुई है।इसे देखते हुए सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं में और सुधार लाने के लिए चार सदस्यीय विशेषज्ञ समिति गठित की है। जिसमें एनएचएम निदेशक डॉ.सरोज नैथानी को अध्यक्ष बनाया गया। उनके अलावा दून मेडिकल कॉलेज के टीबी एवं चेस्ट विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.अनुराग अग्रवाल, कार्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ.अमर उपाध्याय, हिमालयन मेडिकल कॉलेज जौलीग्रांट के मेडिसिन विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ.नवीन राजपूत सदस्य होंगे।

अब तक तीर्थयात्रियों की मौत

धाम मृतक संख्या
केदारनाथ 66
बदरीनाथ 34
गंगोत्री 12
यमुनोत्री 36
कुल 148

 

By Tarun

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