गौरीकुंड-केदारनाथ, गोविंदघाट-हेमकुंड साहिब, रानीबाग-नैनीताल, पंचकोटी-नई टिहरी, खलियाटॉप-मुनस्यारी, ऋषिकेश-नीलकंठ और औली से गौरसों रोप-वे परियोजनाओं के लिए नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड से अनुबंध किया जा चुका है।इस साल इन परियोजनाओं के काम शुरू किए जाएंगे

पहाड़ की दुश्वारियों के बीच रोमांचक सफर को आसान बनाकर पर्यटन को बढ़ावा देने में रोप-वे अहम किरदार अदा करेंगे। सरकार ने इस बार के बजट में इन रोप-वे का जिक्र करते हुए अपनी योजना भी रखी है। बजट में बताया गया है कि सुरकंडा देवी रोप-वे का निर्माण होने के साथ ही मई से उसका संचालन शुरू किया जा चुका है।

इस साल देहरादून-मसूरी, ठुलीगाड़-पूर्णागिरी और जानकी चट्टी-यमुनोत्री रोप-वे परियोजना को सरकार तेजी से आगे बढ़ाएगी। इसके अलावा गौरीकुंड-केदारनाथ, गोविंदघाट-हेमकुंड साहिब, रानीबाग-नैनीताल, पंचकोटी-नई टिहरी, खलियाटॉप-मुनस्यारी, ऋषिकेश-नीलकंठ और औली से गौरसों रोप-वे परियोजनाओं के लिए नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड से अनुबंध किया जा चुका है
इस साल इन परियोजनाओं के काम शुरू किए जाएंगे। इसके अलावा सरकार ने पर्वतमाला परियोजना के तहत हाल ही में सड़क परिवहन नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड को 35 नए रोप-वे का प्रस्ताव दिया है, जिस पर मुहर लगनी बाकी है।

By Tarun

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