हरिद्वार। दो साल पूर्व बरसात से क्षतिग्रस्त हुए आन्नेकी-हेत्तपुर पुल के लिए केंद्र सरकार ने हरी झंडी दे दी है। रानीपुर विधायक के प्रस्ताव पर करीब 39 करोड़ रुपये पुल के लिए सीआरपीएफ योजना से स्वीकृत किए गए हैं। योेजना से प्रदेश में मंजूर हुए 12 विकास कार्याें में से ये एक है।
लगभग दो वर्ष पूर्व बरसात के कारण पुल के पिलर बैठने से कई दिनों तक आवागमन बंद होने से जिला मुख्यालय का संपर्क टूट रहा था, तब रानीपुर विधायक आदेश चौहान की पहल पर वैकल्पिक व्यवस्था के तहत वैली ब्रिज का निर्माण किया गया था। विधायक ने नए पुल के निर्माण को लेकर लगातार प्रदेश और केंद्र सरकार के समक्ष प्रस्ताव रखा। लोकसभा चुनाव से पूर्व नए पुल निर्माण को मुख्यमंत्री घोषणा में शामिल कराया। अक्टूबर माह में प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया। इसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं केंद्र सरकार में सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मिलकर इस कार्य के लिए लगातार प्रयासरत रहे। समय-समय पर पूर्व सांसद डाॅ. रमेश पोखरियाल निशंक एवं पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद हरिद्वार त्रिवेंद्र सिंह रावत के माध्यम से भी केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्री इस स्वीकृति के प्रयास किए गए।
जिससे पुल निर्माण को 38.93 करोड़ रुपये की लागत राशि स्वीकृत कर दी गई है। वित्तीय वर्ष 2024-25 की सीआरपीएफ योजना से प्रदेश में कुल 12 विकास कार्यों की स्वीकृति दी है। इन विकास कार्यों पर 453.96 करोड रुपये स्वीकृत किए गए हैं। जिसमें रानीपुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम हेत्तमपुर-आन्नेकी में क्षतिग्रस्त पुल के स्थान पर नए पुल का निर्माण भी शामिल है।
यूपी जाने की राह होगी आसान
आन्नेकी-हेत्तमपुर पुल दर्जनों गांव को जोड़ने वाला तो है ही, लेकिन, ये पुल रोशनाबाद जिला मुख्यालय और हरिद्वार से सीधे बिहारीगढ़ को जोड़ता है, जो देहरादून-सहारापुर मार्ग से निकलता है। इससे यात्री हरिद्वार से उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से हरियाणा, पंजाब, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर के सफर की राह आसान होगी।