गंगा के तट से लेकर घरों तक छठ महापर्व की तैयारियां पूरी हैं। चार दिवसीय महापर्व के पहले दिन पांच नवंबर को नहाय खाय के साथ ही वेदियों पर दीप जलाए जाएंगे। गंगा किनारे, वरुणा के तट और शहर के कुंडों पर वेदियां बनकर तैयार हो चुकी हैं। बरेका सूर्य सरोवर पर तैयारी पूरी हो गई है।

भगवान सूर्य की आराधना के महापर्व का उल्लास शिव की नगरी में नजर आने लगा है। मंगलवार को नहाय खाय के साथ छठ महापर्व की शुरुआत हो गया। शूलटंकेश्वर से लेकर राजघाट तक गंगा के 84 घाट और शहर के 63 कुंडों पर वेदियां बनकर तैयार हो चुकी हैं। बरेका के सूर्य सरोवर पर पूजन के लिए पांच हजार व्रतियों को पास जारी किए जाएंगे। छठ पूजा समिति ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए इस वर्ष पांच हजार पास जारी किए हैं। एक पास पर पांच लोगों के प्रवेश की अनुमति होगी। सोमवार को 700 लोगों को पास वितरित किए गए। समिति ने आयोजन स्थल पर साफ-सफाई की व्यवस्था की है। सरोवर के चारों तरफ व्रती महिलाओं के लिए 22 चेंजिंग रूम भी बनाए गए हैं। सरोवर में प्रवेश के लिए तीन द्वार बनाए गए हैं। समिति के अध्यक्ष चंद्रेश्वर ओझा ने बताया कि सात नवंबर को भजन संध्या और रात में 108 बार हनुमान चालीसा का पाठ होगा। अगले दिन आठ नवंबर को सुंदरकांड पाठ होगा। समिति के महामंत्री अजय कुमार ने बताया कि छठ पूजा में शामिल होने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था तीन स्थानों पर की जाएगी। श्रद्धालु अपने वाहनों को बरेका इंटर कॉलेज मैदान, बरेका पुलिस चौकी के सामने और बाल निकेतन स्कूल के पास पार्क कर सकेंगे।
स्वास्थ्य टीम भी रहेगी तैनातः स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रमुख घाटों पर डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ की टीम तैनात रहेगी। सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि प्रमुख घाटों के पास सड़क पर एंबुलेंस भी खड़ी रहेगी। सभी सरकारी अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट पर रखा गया है।