अयोध्या। अक्षरात्मक लिपि में रामचरित मानस के एक ऐसे संस्करण का पुनर्लेखन किया गया है, जिसमें 51 लाख बार राम नाम अंकित है। दिल्ली के मशहूर उद्यमी मृदुहरि डालमिया और अयोध्या शोध संस्थान के सहयोग से तैयार रामनाम अंकित रामकथा की इस पुस्तक का जल्द ही प्रकाशन करने की तैयारी है। इसी संदर्भ में रामनगरी आए दिल्ली के रामानुरागी संदीप ने राममंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय से मुलाकात कर पुस्तक दिखाई। उन्होंने इसकी मुक्तकंठ से प्रशंसा की।