रुद्रप्रयाग। तल्लानागपुर के कमेड़ा गांव में 24 वर्ष के बाद मां भगवती सन्यासणी देवी की वन्याथ शुरू हो गई है। इसी के साथ मंदिर में श्रीमद्देवी भागवतपुराण कथा ज्ञान यज्ञ का भी आयोजन हुआ। इसके बाद मां सन्यासणी देवी ने अपने मूल मंदिर में प्रवेश किया। पुजारियों ने विशेष पूजा-अर्चना कर आराध्य का आह्वान किया गया। इस दौरान पूरा मंदिर परिसर मां भगवती के जयकारों से गूंज उठा। यज्ञकुंड के फूल व अक्षत भक्तों को प्रसाद स्वरूप दिए गए।मंगलवार को पहले दिन देवभूमि उत्तराखंड और भारतवर्ष की सुख-समृद्धि के लिए यज्ञकुंड में आहुतियां दी गईं। कमेड़ा गांव निवासी कैलाश खंडूडी ने बताया कि प्रतिदिन सुबह 7 बजे से 9 बजे तक चंडी पाठ, रुद्री पाठ समेत अन्य अनुष्ठान होंगे। दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे से श्रीमद्देवीभागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन होगा और व्यास कथा प्रवचन करेंगे। बताया कि 23 अप्रैल को पूर्णाहुति और प्रसाद वितरण के साथ वन्याथ व श्रीमद्देवी भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का समापन होगा। संवाद
नैनबाग (टिहरी)। जौनपुर ब्लॉक के भेडियाना ग्राम पंचायत में मां काली का पौराणिक मेला धूमधाम से मनाया गया। ग्रामीणों ने मां काली की पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना की। मेले में 16 गांवों के लोगों ने प्रतिभाग किया और ढोल-दमाऊं की थाप पर महिला और पुरुषों ने तांदी नृत्य किया। मां काली ने पश्वा पर अवतरित होकर भक्तों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद दिया। मंदिर समिति अध्यक्ष श्रीपाल रावत ने बताया कि लोगों के सहयोग से कालीधार में मां काली माता और भगवान परशुराम का भव्य मंदिर का निर्माण किया जा रहा है।