जब भी आप किसी मंत्र की साधना करते हो और वो मंत्र सिद्ध हो जाता है तो आपको खुद पता चल जायेगा के यह मंत्र सिद्ध हो चूका है।
अब जानते है के कैसे पता चलता है कि मंत्र सिद्ध हो गया।
- जिस काम के लिए आपने मंत्र सिद्ध किया होगा वो काम जब भी आपके सामने आएगा तो आपके अंदर एक भाव जाग्रत होगा और उसी भाव से आप समझ जाएंगे के मंत्र सिद्ध हो चूका है या नहीं।
- जब भी आप उस मंत्र के सिद्ध होने के बाद वापस उसका जप करने बैठते हो तो उस मंत्र की तरंग आपको गहरे ध्यान में ले जाएगी।
- कुछ मंत्र की तरंग इतनी ज्यादा होती है कि आप खेलने भी लग जाओगे उससे भी पता चल जायेगा के मंत्र सिद्ध हो गया है।
- अगर आपके पास कोई आध्यात्मिक शक्ति पहले से है जैसे की रेकी तो आपके हाथ से तरंग निकलना शुरू हो जायेगी और वो भी बहोत तेझी से ऐसा भी लग सकता है कि जैसे हाथ के बीच में ब्लैक होल हो।