अयोध्या। रामनगरी बुधवार को एक बार फिर आध्यात्मिक ऊर्जा से ओत-प्रोत हो उठी। अवसर था दिगंबर जैन मंदिर रायगंज में मस्तकाभिषेक एवं महापूजन कार्यक्रम का। गणिनी प्रमुख ज्ञानमती के सानिध्य में भगवान ऋषभदेव की 1008 कमल पुष्पों से विश्व शांति की कामना से आराधना की गई। इस दिव्य अनुष्ठान में आस्था व समर्पण का दृश्य देखते ही बन रहा था।
बुधवार की सुबह भगवान ऋषभदेव की 31 फुट उत्तुंग प्रतिमा का मस्तकाभिषेक एवं महापूजन किया गया एवं विश्व शांति की कामना से भगवान के चरणों में 1008 कमल पुष्प मंत्रोच्चार के साथ समर्पित किए गए। ज्ञानमती ने कहा कि भगवान ऋषभदेव भारतीय संस्कृति के आद्य प्रणेता हैं, जिन्होंने भी प्रजा को जीवन जीने की कला सिखाई एवं असि, मसि, कृषि, विद्या, वाणिज्य, शिल्प क्रियाओं का उपदेश दिया।
जैन मंदिर में पीठाधीश रवींद्र कीर्ति स्वामी के निर्देशन में इंद्रध्वज महामंडल विधान चल रहा है। इसी क्रम में बुधवार को चतुर्थ मेरू मंडल पर 78 अर्घ्य समर्पित किए गए। हुलासचंद, महावीर, धमेंद्र कुमार सेठी, शरद कुमार जैन, सपना जैन ने इस महापूजन को संपन्न कराया।
आर्यिका चंदनामती ने बताया कि ज्ञानमती ने भगवान के 1008 नामों का विवेचन करते हुए 1008 मंत्रों को बनाया है। इन्हीं मंत्रों से पूजा की गई। देर शाम 1008 बत्ती से भगवान की महाआरती उतारी गई। अनुष्ठान में दिल्ली, असम, जयपुर, महाराष्ट्र समेत यूपी के विभिन्न जिलों के जैन श्रद्धालु शामिल हुए।