अमृतसर। पाकिस्तान स्थित भगवान शिव के पवित्र कटासराज मंदिर के दर्शन करने के लिए मंगलवार को हिंदू तीर्थ यात्रियों का एक जत्था हर-हर महादेव के जयघोषों के साथ अटारी सीमा के माध्यम से जाने के लिए रवाना हो गया। श्री दुर्ग्याणा तीर्थ से रवाना हुए इस जत्थे को दुर्ग्याणा प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारियों की ओर से धार्मिक रीति रिवाजों के अनुसार रवाना किया गया। वहां दर्शन करने के बाद यह जत्था 25 दिसंबर को वापस लौटेगा। मंगलवार की शाम को ही जत्थे के सदस्य लाहौर पहुंचेंगे और इस जत्थे में देश भर के अलग-अलग राज्यों से 62 श्रद्धालु शामिल हुए हैं। इनमें 45 पुरुष और 17 महिलाएं शामिल हैं। इस जत्थे में बिहार, तलंगाना, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और गुजरात से श्रद्धालु आए हैं। इस दौरान श्री दुर्ग्याणा मंदिर प्रबंधक कमेटी की अध्यक्ष प्रो. लक्ष्मी कांता चावला की ओर से जत्थे के सदस्यों को सम्मानित किया गया।
इसको लेकर शिव शक्ति परिवार टाटानगर के नेता विजय शर्मा ने बताया कि पाकिस्तान सरकार की ओर से कटासराज के जत्थे के लिए बहुत से श्रद्धालुओं के नाम वीजा सूची से काट दिए हैं। जबकि अधिक से अधिक श्रद्धालुओं को वीजा मिलना चाहिए। इस बार 145 लोगों ने वीजा के लिए आवेदन किया था। लेकिन वीजा सिर्फ 62 लोगों को ही मिला है। इस जत्थे के सदस्य इस तीर्थ यात्रा के दौरान कटासराज महादेव मंदिर के अलावा अमृतकुंड स्नान, लव कुश के प्राण निवार्ण स्थान, श्री राधा कृष्ण मंदिर, वाल्मीकि मंदिर, महाभारत के समय के अलग-अलग मंदिरों के भी दर्शन करेगा।