हरिद्वार महाकुंभ मेले के दौरान मेला स्वास्थ्य विभाग की ओर से करवाई गई कोरोना जांच में घोटाले का खुलासा होने के बाद अब बचाव किट में भी घोटाले की बू आने लगी है। होम आइसोलेट मरीजों को दी गई कोरोना किट में सामग्री भी पूरी नहीं थी।
महाकुंभ मेले में आए श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में आरटीपीसीआर और एंटीजन जांच हुई। मेला स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किए गए आंकड़ों को लेकर हरिद्वार के सचिन डबराल ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। सचिन ने बताया कि मेला स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में झोल है। झोल की परतें खुलने लगी हैं।
सचिन डबराल ने दावा किया कि कोविड जांच में गड़बड़ी होने की जानकारी उनके एक जानकार युवक ने उनको दी। युवक एक लैब में सैंपल कलेक्ट करता था। सैंपल लेने के लिए युवक एक अखाड़े में गया। वहां पर दो-तीन साधुओं ने जांच कराई। जबकि बाकी साधुओं ने जांच कराने से मना कर दिया। युवक ने अपनी लैब के मैनेजर को इसकी जानकारी दी। मैनेजर ने फोन पर युवक को कहा कि जितने भी साधु हैं सबकी निगेटिव रिपोर्ट दिखा दो।