अल्मोड़ा। शैल और स्याहीदेवी के जंगलों में आग लगने से लाखों की वन संपदा को नुकसान हो गया। शैल के जंगल की आग आबादी की तरफ बढ़ने से फायर ब्रिगेड को मौके पर बुलाना पड़ा। स्याहीदेवी में वन कर्मियों ने पांच घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।

बुधवार सुबह नगर के नजदीक शैल के जंगल में अचानक आग लग गई। जंगल से आग की लपटें उठतीं रहीं जो आबादी की तरफ बढ़ने लगीं। आसपास रहने वाले लोगों में अफरातफरी मच गई और उन्होंने फायर ब्रिगेड को सूचना दी। दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे और दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। इसके बाद लोगों को राहत मिली। स्याहीदेवी के जंगल भी सुबह से ही धधकते रहे। जंगलों में आग लगने से लाखों की वन संपदा को नुकसान पहुंचा है। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे वन कर्मियों ने किसी तरह पांच घंटे बाद आग पर काबू पाया।

जंगल में ठंड से बचने के लिए जल रही आग दावानल का कारण
अल्मोड़ा। जाड़ों में जंगलों में आग लगने से वन विभाग की चिंतित है। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक आम तौर पर जाड़ों में पालतू जानवरों के साथ जंगल गए लोग ठंड से बचने के लिए आग जला रहे हैं जो बाद में नमी कम होने से जंगलों में फैल रही है। अक्तूबर से दिसंबर महीने में अब तक जंगलों में आग लगने की 12 घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इनमें पांच हेक्टेयर से अधिक जंगल जल गया है।स्याहीदेवी और शैल के जंगलों में आग लगने की सूचना के बाद टीम को मौके पर भेजा गया। आग पर काबू पा लिया गया है। लोगों को जंगलों की सुरक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।

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