महाकुंभ में प्रमुख स्नान पर्वों के दिन आम श्रद्धालुओं को अक्षयवट के दर्शन नहीं हो सकेंगे। भीड़ के कारण मेला प्रशासन की ओर से यह निर्णय लिया गया है। इसके तहत मकर संक्रांति राजसी स्नान (14 जनवरी), माैनी अमावस्या राजसी स्नान (29 जनवरी), बसंत पंचमी राजसी स्नान (03 फरवरी) को अक्षयवट काॅरिडोर को बंद रखा जाएगा।

महाकुंभ में प्रमुख स्नान पर्वों के दिन आम श्रद्धालुओं को अक्षयवट के दर्शन नहीं हो सकेंगे। भीड़ के कारण मेला प्रशासन की ओर से यह निर्णय लिया गया है। इसके तहत मकर संक्रांति राजसी स्नान (14 जनवरी), माैनी अमावस्या राजसी स्नान (29 जनवरी), बसंत पंचमी राजसी स्नान (03 फरवरी) को अक्षयवट काॅरिडोर को बंद रखा जाएगा। महाकुंभ में देश-विदेश से करोड़ों की संख्या श्रद्धालु और पर्यटक संगम स्नान के लिए प्रयागराज आते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर 2019 में अक्षयवट के कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए खुलने और अब भव्य काॅरिडोर तैयार हो गया है। इस महाकुंभ में यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की संभावना जताई जा रही है। मान्यता है कि संगम स्नान के बाद बिना अक्षयवट के दर्शन किए महाकुंभ का पुण्य प्राप्त नहीं होता है। ऐसे में मेला प्रशासन और आर्मी की ओर से अक्षयवट में विशेष तैयारी की जा रही है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत न हो। मेलाधिकारी विजय किरन आनंद का कहना है कि प्रमुख स्नान पर्वों पर अत्यधिक भीड़ की संभावना के मद्देनजर अक्षयवट काॅरिडोर को बंद रखने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा पाैष पूर्णिमा-13 जनवरी, माघी पूर्णिमा-12 फरवरी और महाशिवरात्रि-26 फरवरी सहित अन्य तिथियों पर श्रद्धालुओं की भीड़ के अनुसार ही निर्णय लिया जाएगा।
2019 से पहले अक्षयवट पर सेना का पहरा था। सुरक्षा कारणों से आम श्रद्धालुओं को दर्शन भी सुलभ नहीं था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से आम श्रद्धालुओं के लिए न सिर्फ अक्षयवट के द्वार खुले, बल्कि अब काॅरिडोर तैयार हो चुका है। करोड़ों श्रद्धालु आम दिनों में यहां दर्शन-पूजन कर सकेंगे।