रात 12 बजे से मंदिर में जलाभिषेक का सिलसिला शुरू हुआ। जो शुक्रवार दिनभर चला। शाम करीब 7:30 बजे भगवान शिव का श्रृंगार के लिए मंदिर के कपाट बंद किए गए।

महाशिवरात्रि पर्व पर नीलकंठ धाम में शिवभक्तों की भीड़ उमड़ी। करीब सात लाख श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। नीलकंठ पैदल मार्ग शिवमय नजर आया। शिवालय हर हर महादेव के उद्घोष से गूंज उठे। लक्ष्मणझूला-नीलकंठ अधिक भीड़ होने के कारण मोटर मार्ग पर दिनभर वाहन रेंगते रहे। नेपाली फार्म से लेकर तपोवन तक भी यातायात व्यवस्था पटरी से उतर गई। भीड़ को नियंत्रण करने के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस अधिकारी और कर्मचारी तैनात रहे।