श्यामपुर। श्यामपुर स्थित श्याम बैकुंठ धाम में वार्षिक महोत्सव का आयोजन किया गया। जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज ने कहा कि सद्कर्म करने वाले ही बैकुंंठ जाते हैं, पाप करने वाले व्यक्ति यमराज तक पहुंचने के लिए भी संघर्ष करते हैं। उन्होंने कहा कि संसार को पाप को बताना चाहिए। पुण्य कर्म के लिए किसी को बताना नहीं होता है।
जगद्गुरु ने पहलगाम की घटना की कड़े शब्दों में निंदा की। कहा कि समूचा राष्ट्र आज देश की राजनैतिक इच्छाशक्ति को देख रहा है। कहा कि यदि ऐसे समय में राष्ट्र की शक्तियों का परिचय नहीं दिया गया तो निश्चित तौर पर इससे जग हंसाई होगी। उन्होंने कहा कि अगर किसी ने सनातन संस्कृत और राम कृष्ण को बताया तो वह है सनातन धर्म। इसके सद्ग्रंथ वेद, पुराण और शास्त्र है। उन्होंने कहा कि यदि अब भी इस महान राष्ट्र ने नैतिकता को अपनाया और हमलों का जवाब नहीं दे रहा है तो यह निश्चित तौर पर वसुधैव कुटंबकम की अवधारणा की देन है। उन्होंने कहा कि आज समूचे विश्व से लोग भारत से अपेक्षा कर रहे हैं। यह भी राम कृष्ण की धरती होने की देन है।
जगद्गुरु ने कहा कि राम और कृष्ण का देश है। बाबा तुलसी ने भी इसे अपने महान ग्रंथ राम चरित मानस में स्पष्ट कर दिया है कि जो राम से विमुख हुआ तो उसके विनाश भी सुनिश्चित है। उन्होंने कहा कि गति है तो रति है अन्यथा बाल्यकाल में राजनीति करने वालों को इससे सबक लेना चाहिए। उन्होंने यह कटाक्ष राहुल गांधी के अमेरिका में दिए बयान पर भी कहा। कहा कि ब्रिटेन से राम की शिक्षा नहीं मिल सकती है। आज ब्रिटेन राम और रामायण के साथ भारत को जानने के लिए स्वयं आ रहा है।