संत रविदास की जयंती को लेकर उनकी जन्मस्थली काशी में जश्न का माहौल है। देश-विदेश से आने वाले अनुयायियों के लिए मुकम्मल व्यवस्था की गई है।

संत रविदास की जयंती के लिए उनकी जन्मस्थली सज-संवर कर तैयार हो चुकी है। सजावट के साथ ही देश-विदेश से आने वाले अनुयायियों के लिए भी मुकम्मल व्यवस्था की गई है। 10 हजार से अधिक सेवादार पूरी व्यवस्था को संभाले हुए हैं। सुबह से रात तक लंगर चल रहा है। श्री गुरु रविदास जन्म स्थान पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट केएल सरोवा ने बताया कि सीरगोवर्धनपुर क्षेत्र में करीब 100 टेंट बनाए गए हैं। इसमें पांच हजार फीट में जर्मन हैंगर बनाया गया है। 1680 फीट का मंच बना है। इसी में पंडाल में सत्संग होगा। बाकी पंडालों में अगल-अलग राज्यों की संगत के लिए ठहरने, लंगर, भंडारण आदि की व्यवस्था की गई है। करीब सौ स्थायी व अस्थायी शौचालय व स्नानघर बनाए गए हैं।