संत प्रेमानंद महाराज के पहुंचते ही गलियों में हर तरफ राधे-राधे के जयकारे गूंज उठे। गोस्वामिजनों और सेवायतों ने पटुका पहनाकर और प्रसाद अर्पित कर उनका हार्दिक स्वागत किया।

भगवान श्रीकृष्ण की क्रीड़ा स्थली नंदगांव में सोमवार को सुबह संत प्रेमानंद महाराज का आगमन भक्ति और उत्साह से परिपूर्ण रहा। सुबह से ही कस्बे में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने लगी और महाराज जी के दर्शन के लिए दूर-दूर से लोग जुटने लगे। कदंब टेर और नंदभवन पहुंचकर महाराज जी ने परंपरागत रीति से दर्शन किए और पावन भूमि को नमन किया।
महाराज के पहुंचते ही गलियों में हर तरफ राधे-राधे के जयकारे गूंज उठे। गोस्वामिजनों और सेवायतों ने पटुका पहनाकर और प्रसाद अर्पित कर उनका हार्दिक स्वागत किया। सेवायतों ने उन्हें आत्मीयता से गले लगाया और नंदगांव-बरसाना की उन पारंपरिक मान्यताओं से अवगत कराया, जिनका सीधा संबंध राधाकृष्ण की लीलाओं से है।
कदंब वृक्षों की छांव, नंदभवन की पवित्रता और श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़ ने माहौल को पूरी तरह आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया। दिल्ली से आई गीता, रीना, माधुरी आदि ने कहा कि महाराज जी के दर्शन मात्र से मन में भक्ति का प्रवाह बढ़ गया। कई स्थानों पर स्थानीय लोगों ने पुष्पवृष्टि कर स्वागत भी किया।