रात्रि पदयात्रा में भक्तों के द्वारा एक-दूसरे को धक्का देने पर संत प्रेमानंद ने चिंता व्यक्त की। संत ने भक्तों से कहा है ऐसा न करें। इससे दूसरे लोगों को कष्ट पहुंचता है।

संत प्रेमानंद महाराज ने अपने हालिया प्रवचन के दौरान भक्तों की भीड़ में हो रही धक्का-मुक्की को लेकर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि दर्शन के लिए आने वाले भक्तों का कल्याण होना चाहिए, लेकिन जबरन आगे बढ़ने की प्रवृत्ति दूसरों को आहत कर सकती है।
महाराज ने प्रवचन में स्पष्ट शब्दों में कहा भक्तजन शांति और श्रद्धा से दर्शन करें। धक्का-मुक्की करके आगे आने की कोशिश न करें, इससे दूसरों को कष्ट होता है। जैसे आप हमारे शिष्य हैं, वैसे ही सामने वाला भी हमारा ही भक्त है। हम किसी को भी हमारी वजह से दुखी नहीं देखना चाहते। उन्होंने यह भी अपील की कि सभी श्रद्धालु संयम बरतें और जहां जगह मिले वहीं से शांति से दर्शन करें।