संत प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा में फूलों की होली हुई। इस दौरान दूर-दूर से आए श्रद्धालुओं ने इस होली का लुत्फ उठाया।

ब्रजभूमि में होली का उल्लास चरम पर है। संत प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा के दौरान भक्तों ने फूलों की होली खेली और भक्ति रस में सराबोर हो गए। श्रद्धालुओं ने “होली दे रसिया” जैसे भजन गाते हुए भक्ति और प्रेम का माहौल बना दिया।
पदयात्रा के दौरान पुष्प वर्षा की गई, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा। हजारों श्रद्धालुओं ने इस भव्य आयोजन में भाग लिया और संत प्रेमानंद महाराज के प्रवचनों को सुनकर आध्यात्मिक आनंद की अनुभूति की।
ब्रज में होली का यह रंग निराला होता है, और जब यह उत्सव संतों की उपस्थिति में होता है तो इसकी भव्यता और बढ़ जाती है। भक्तों ने रंग-गुलाल की जगह फूलों से होली खेली, जिससे श्रद्धा और प्रेम का अद्भुत संगम देखने को मिला। दूर-दूर से आए श्रद्धालुओं ने भजन-कीर्तन का आनंद लिया। उन्होंने इस पल को अपने कैमरे में कैद कर लिया।