बृहस्पतिवार रात श्रीकुंज मिश्रा खेमे की ओर से प्रत्याशियों की घोषणा के साथ ही गंगा सभा की चुनावी बिसात अब पूरी तरह बिछ गई है। चार वर्ष बाद होने वाले इस चुनाव में पिछली बार के चतुष्कोणीय मुकाबले के विपरीत इस बार त्रिकोणीय मुकाबला होगा। लंबी प्रक्रिया के पश्चात गंगा सभा चुनाव आयोग ने महती सभा में से करीब 750 सदस्यीय नई प्रधानसभा का गठन पूरा कर लिया है। संभावना है कि आगामी 15 जनवरी तक सभापति, अध्यक्ष और महामंत्री पदों के लिए चुनाव संपन्न करा लिया जाएगा।
श्रीकुंज मिश्रा खेमे ने प्रत्याशी चयन के लिए नौ सदस्यीय कमेटी का गठन किया था। कमेटी ने तीनों प्रत्याशियों की घोषणा की। वर्तमान अध्यक्ष प्रदीप झा अब सभापति पद पर चुनाव लडे़ंगे। पूर्व अध्यक्ष रहे रामकुमार मिश्रा अध्यक्ष पद पर किस्मत आजमाएंगे। अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीकांत वशिष्ठ गंगा सभा महामंत्री पद पर किस्मत आजमाएंगे।
वर्तमान सभापति कृष्ण कुमार शर्मा और वर्तमान महामंत्री तन्मय वशिष्ठ पुन: इन्हीं पदों पर प्रत्याशी हैं। इस खेमे से अध्यक्ष पद के लिए नितिन गौतम मैदान में हैं। एक तीसरा खेमा भी सामने आया है जिसने फिलहाल दो प्रत्याशियों की घोषणा की है। वीरेंद्र कीर्तिपाल अध्यक्ष पद और आमेेश कुमार महामंत्री पद पर मैदान में उतरे हैं। सभापति पद के लिए प्रत्याशी की तलाश जारी है। फिलहाल जितने पुरोहित प्रत्याशी मैदान में उतरे हैं, वे सभी ज्वालापुर और कनखल के निवासी हैं। हरिद्वार के अधिकांश पुरोहित ज्वालापुर और कनखल के निवासी हैं, अत: पुरोहितों की राजनीति का गढ़ ज्वालापुर बना हुआ है। मुख्य चुनाव अधिकारी अश्विनी जगता ने बताया कि नई प्रधानसभा में सदस्यों की संख्या 758 हो गई है। इनमें 11 सम्मानित सदस्य भी शामिल हैं। इस बार करीब 200 नए सदस्य हैं। जगता ने बताया कि नई प्रधनसभा में खासी संख्या में युवा पुरोहित शामिल हुए हैं।