‘श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा’ में शामिल होने के लिए साध्वी ऋतंभरा वृंदावन से अयोध्या के लिए रवाना हो गई हैं। वह उपहार में बृज रज व यमुना मैया का जल ले गईं हैं।

भगवान श्रीकृष्ण की नगरी वृंदावन से श्रीराम की नगरी अयोध्या के लिए साध्वी ऋतंभरा रवाना हो गई हैं। वह अपने साथ ब्रज की रज और यमुना जी का जल लेकर निकलीं हैं। उन्होंने बड़े हर्ष के साथ अयोध्या धाम के लिए प्रस्थान किया। इससे पहले वात्सल्य ग्राम में उत्सव मनाया गया। साध्वी ऋतंभरा के रवाना से पहले भक्तजन ढोल नगाड़े की धुन पर जमकर झूमे। साध्वी ने मंत्रोच्चारों के मध्य सर्व मंगला देवी मंदिर में पूजन किया। यह वही मंदिर है, जहां चांदी के कलश में यमुना जल और ब्रज रज रखी गई थी। यहां भक्तों ने नाचते गाते हुए परिक्रमा की। साथ ही मंत्रो के साथ चांदी के कलश की आरती उतारी। वहीं भक्तों ने जय श्री राम के नारे लगाते हुए अपना उत्साह प्रदर्शित किया।
इस मौके पर साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि आज वर्षों बाद हमारा सपना साकार हुआ है। अयोध्या में श्रीरामलला की भव्य प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन हो रहा है। हमें लगा कि आखिर वहां क्या लेकर जाया जाए? क्योंकि भगवान राम के लिए इस समय सोने चांदी के साथ कीमती उपहार सब लेकर जा रहें है। ऐसे में हमारी धरोहर ब्रज रज और यमुना मैया का जल ही सबसे प्रिय उपहार लगा। इसे आज अयोध्या लेकर जा रही हूं।