प्राचीन सप्तदेवालयों में से एक श्रीराधारमण मंदिर में होलिका अष्टमी से पूर्णिमा तक आठ दिन टेसू के फूलों से बने रंग से होली खेली जाएगी।

वृंदावन के प्राचीन सप्तदेवालयों में से एक श्रीराधारमण मंदिर में होलिका अष्टमी से पूर्णिमा तक आठ दिन टेसू के फूलों से बने रंग से होली खेली जाएगी। मंदिर के सेवायत ठाकुरजी को सोने की पिचकारी से होली खिलाएंगे। इसके बाद श्रद्धालुओं पर रंग बरसाया जाएगा। इन आठ दिनों में शाम के समय ठाकुरजी की विशेष उत्सव आरती की जाएगी। श्रीराधारमण मंदिर में सैकड़ों वर्ष पुरानी होली उत्सव की परंपरा का निर्वाह आगामी 18 मार्च से किया जाएगा, जिसकी तैयारियां मंदिर प्रबंधन द्वारा शुरू कर दी गईं हैं। मंदिर में होने वाली 40 दिवसीय होली में होलिका अष्टक 18 मार्च से पूर्णिमा 25 मार्च तक टेसू के फूलों से बने रंग से होली खेली जाएगी। मंदिर के सेवायत आचार्य पद्मनाभ गोस्वामी ने बताया कि आठ दिन की रंग की होली में पहले सेवायत गोस्वामी सोने की पिचकारी से टेसू के फूलों का रंग, गुलाब, हिना, केसर का इत्र की पिचकारी ठाकुर राधारमण महाराज के वस्त्रों पर चलाएंगे। ठाकुरजी के होली खेलने के बाद सेवायत गोस्वामी शाम करीब छह बजे उत्सव आरती करेंगे। इसके बाद प्रसादी टेसू के फूलों का रंग, गुलाबजल और इत्र से भारी चांदी की पिचकारी से श्रद्धालुओं पर बरसाएंगे।