प्राचीन ठाकुर श्रीभतरौण बिहारी मंदिर की संपत्ति को फर्जी वसीयत कर बेचने का प्रयास किया गया। शिकायत के बाद पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

वृंदावन के प्राचीन ठाकुर श्रीभतरौण बिहारी मंदिर की संपत्ति को फर्जी वसीयत के जरिये बेचने की कोशिश करने वाले आरोपियों में से एक को पुलिस ने रविवार को कैलाश नगर चौराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
यह मामला 7 मई 2024 को तब सामने आया जब मंदिर के महंत रमण दास पुत्र दामोदर दास ने कोतवाली में तहरीर देकर शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने आरोप लगाया कि जयपाल, वेदप्रकाश, तेजवीर, मोहित वर्मा, राजेंद्र और एक अज्ञात व्यक्ति ने दामोदर दास के नाम से फर्जी दस्तावेज तैयार कर मंदिर की संपत्ति को बेचने की साजिश रची है।
महंत ने अपनी जान-माल की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर चिंता जताई थी। पुलिस ने मामले में तत्परता दिखाते हुए जांच शुरू की और रविवार को हरप्रसाद उर्फ हरिदास, निवासी सुरीर, कैलाश नगर चौराहा को गिरफ्तार कर लिया।