मथुरा के वृंदावन में प्रस्तावित श्रीबांकेबिहारी मंदिर काॅरिडोर के रास्ता साफ हो गया है। यहां दर्शन सुगम होने जा रहे हैं। कई वैकल्पिक रास्ते बनाए जाएंगे।

वृंदावन में श्री बांके बिहारी जी के लाखों भक्तों का इंतजार अब खत्म होने वाला है। प्रस्तावित श्री बांके बिहारी जी मंदिर कॉरिडोर केवल एक सुगम मार्ग नहीं, बल्कि आस्था और सुविधाओं का एक नया अध्याय लिखने जा रहा है। उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के सीईओ श्याम बहादुर सिंह ने स्पष्ट किया है कि कॉरिडोर में एक नहीं, बल्कि कई वैकल्पिक प्रवेश द्वार होंगे, जिससे हर भक्त आसानी से बिहारीजी के दर्शन कर पाएंगे।
5.5 एकड़ में विस्तृत कॉरिडोर, सुविधाएं होंगी बेशुमार
करीब 5.5 एकड़ में प्रस्तावित यह कॉरिडोर श्रद्धालुओं की हर जरूरत का ख्याल रखेगा। यहां पेयजल, आधुनिक शौचालय, सामान घर, जूता-चप्पल घर, खान-पान की दुकानें, प्रसाद और फूल-माला की व्यवस्थाएं होंगी। इतना ही नहीं, एक साथ तीन हजार लोगों के लिए विशाल प्रतीक्षालय भी बनाया जाएगा, ताकि श्रद्धालु शांतिपूर्वक अपनी बारी का इंतजार कर सकें।
वर्तमान रास्ते रहेंगे अप्रभावित, मिलेंगे नए विकल्प
सीईओ श्याम बहादुर सिंह ने साफ किया कि कॉरिडोर के निर्माण से वर्तमान का कोई भी रास्ता प्रभावित नहीं होगा। बल्कि, यह श्रद्धालुओं को कई नए प्रवेश विकल्प देगा। मुख्य प्रवेश द्वार परिक्रमा मार्ग स्थित जुगल घाट की ओर होगा। इसके अलावा, विद्यापीठ मार्ग और निधिवन से आने वाले भक्तजन भी सीधे कॉरिडोर में प्रवेश कर सकेंगे, जिससे भीड़ का बेहतर प्रबंधन हो सकेगा और दर्शन करना आसान हो जाएगा।
भक्ति और विकास का नया मार्ग प्रशस्त
यह कॉरिडोर न केवल भीड़ प्रबंधन में सहायक होगा, बल्कि वृंदावन में धार्मिक पर्यटन को भी नया आयाम देगा। योगी सरकार की यह पहल दर्शाती है कि वह श्रद्धालुओं की भावनाओं और क्षेत्र के विकास के प्रति कितनी गंभीर है। यह श्री बांके बिहारी जी के धाम को विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम है, जिससे श्रद्धालुओं को अद्भुत दर्शन का अनुभव मिलेगा।