महाकुंभ के अवसर पर प्रयागराज स्थित परमार्थ निकेतन शिविर में श्रीहनुमत कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा के दूसरे दिन आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने श्री हनुमान के गुणगान, राष्ट्र भक्ति, प्रभु प्रेम, समर्पण और उनकी लीलाओं का दिव्य वर्णन किया। कहा कि हनुमान का चरित्र, शक्ति, भक्ति और समर्पण का अद्भुत संगम है। विश्व योगगुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि राशन कम और आसन ज्यादा, भोजन कम और भजन ज्यादा सनातन संस्कृति का अद्भुत आकर्षण है। आसन, प्राणायाम व योग करें तो हमारे शरीर से भी स्वास्थ्य रूपी अमृत निकलेगा।

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