संतों की तपोस्थली बागेश्वर धाम में 24 दिसंबर से 30 दिसंबर तक श्रीमद्भागवत कथा महोत्सव आयोजित हो रहा है। इस महोत्सव के तीसरे दिन कथा व्यास अंतरराष्ट्रीय कथावाचक डॉ. श्याम सुंदर पाराशर ने धर्म की व्याख्या की। उन्होंने कहा कि जिस पक्ष में धर्म होता है, भगवान उसी के पक्षधर होते हैं। उन्होंने आज के परिप्रेक्ष में कहा कि ज्यादातर पार्टियां खुद को धर्मनिरपेक्ष कहती हैं, जिसका परिणाम देश और समाज के विपरीत होता है।

बागेश्वर धाम में मंगलवार होने के कारण दर्शन करने आए लाखों लोग कथा रसिक बनकर कथा पंडाल में बैठे और कथा का रसपान किया। कथा व्यास डॉ. पराशर ने कहा कि वर्तमान कलयुग में यदि कल्याण चाहते हैं तो हरि नाम का सहारा लें। ईश्वर से प्रगाढ़ प्रेम करने से जीवन की आसक्ति छूट जाती है। उन्होंने सरस भाव में संसार की व्याख्या करते हुए कहा कि संसार एक मायका है और इसे छोड़कर जाना ही पड़ेगा। उन्होंने कथा रसिकों को एक सूत्र देते हुए कहा कि जब तक धर्म खड़ा है, जीवन भी तभी तक सुरक्षित है।