मथुरा के वृंदावन में यमुना का राैद्र रूप देखने को मिल रहा है। बाढ़ के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। खेत जलमग्न हैं तो काॅलोनियों में पानी भर गया है। ऐसे में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों का हाल जानने के लिए संत प्रेमानंद भी पहुंचे।

वृंदावन में बाढ़ से आई आपदा से जनजीवन प्रभावित है। मंगलवार को संत प्रेमानंद महाराज अपने शिष्यों के साथ स्टीमर से यमुना के विराट स्वरूप के दर्शन करने निकले। उन्होंने बाढ़ प्रभावित कई इलाकों की स्थिति को देखा और बड़े व्यथित नजर आए।
संत प्रेमानंद शांत मन से यमुना के इस स्वरूप को देखते रहे। इसके बाद लोगों से प्रभावित इलाकों में रहने वालों की मदद का आह्ववान किया। उन्होंने करीब एक घंटे तक बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। इस दरम्यान उनके अनुयायियों ने स्टीमर से राहत सामग्री का भी वितरण किया। साथ ही कहा कि संत प्रेमानंद महाराज ब्रजवासियों की हरसंभव मदद करेंगे।
मथुरा में यमुना के बढ़े जलस्तर से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। पानी का बहाव इतना तेज हो गया कि लक्ष्मीनगर में एक-एक मंजिल तक पानी भर गया। सदर बाजार, जयसिंहपुरा समेत वृंदावन की दर्जनों कॉलोनियां भी लबालब भर गईं।
बेकाबू धार से घाट डूब गए और सड़कों तक पानी आ गया। साथ ही जिले के 45 गांव ऐसे हैं जो टापू बन गए हैं। प्रशासन ने इस गांव के नौ हजार लोगों का रेस्क्यू कर राहत शिविरों में भेजा है। साथ ही टीम लगातार राहत व बचाव कार्य में जुटी है।