महाकुंभ के भक्त काशी में भी पहुंचने लगे हैं। अनुमान लगाया गया है कि रोजाना 10-12 लाख भक्त बाबा विश्वनाथ के दर्शन को आ रहे हैं। विश्वनाथ धाम के सभी द्वार से कतारबद्ध होकर भक्त बाबा का पूजन कर रहे हैं। वहीं, इनकी सुविधा के लिए मंदिर और जिला प्रशासन के लोग अलर्ट हैं।

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में महाकुंभ के दौरान हर दिन 10-12 लाख भक्तों के दर्शन-पूजन का अनुमान हैं। प्रयागराज से श्रद्धालुओं के धाम में आने का सिलसिला शुरू भी हो गया है। बीते रविवार की छुट्टी पर गंगा द्वार की ओर से आने वाले भक्तों की कतार दशाश्वमेध घाट तक लगी रही। दो किलोमीटर का जिग-जैग लेन भी भरा रहा। चार नंबर गेट की लाइन चौक और गोदौलिया तक चली गई। कुल मिलाकर करीब 4 किलोमीटर तक लंबी कतार लगी रही। सोमवार से महाकुंभ भक्तों का बड़ा जत्था काशी पहुंचेगा। तीन शाही स्नान वाले दिनों में मंगला आरती और सुगम दर्शन की बुकिंग नहीं होगी। 12 फरवरी तक 10 ऐसे दिन हैं, जिसमें मंगला आरती और सुगम दर्शन के लिए टिकट नहीं मिलेंगे। भक्तों की भीड़ को देखते हुए मंगला आरती के अलावा तीनों आरती की बुकिंग बंद कर दी गई हैं। मंगला आरती के लिए अगले महीने 12 फरवरी तक ऑनलाइन टिकट खाली नहीं है, लेकिन मंदिर प्रशासन ने ये व्यवस्था दी है कि जो भी भक्त मंगला आरती का टिकट चाहते हैं, वो मंदिर ट्रस्ट के काउंटर पर संपर्क कर सकते हैं।
इन 10 दिनों पर नहीं होगी कोई बुकिंग : विश्वनाथ धाम में 14-15 जनवरी, 28-30 जनवरी, 3-5 फरवरी और 11-12 फरवरी को मंगला आरती के टिकटों की बुकिंग स्थगित रहेगी। विशेष नहान वाले दिन के एक दिन पहले और उसके एक दिन बाद तक ये व्यवस्था लागू रहेगी।