संत समाज समाचार
से विशेष बातचीत में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने महाकुंभ की तैयारियों, विवादों और अन्य मामलों पर खुलकर बात रखी। उन्होंने कहा कि हम सभी चाहते हैं कि महाकुंभ के लिए जमीन आवंटन का मामला शांति और सद्भावपूर्ण तरीके से हो, लेकिन इसमें 13 अखाड़ों के अलावा अन्य महामंडलेश्वर को जगह नहीं दी जाएगी।

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि परंपरागत 13 अखाड़ों के महामंडलेश्वर को ही महाकुंभ में जगह मिलनी चाहिए। इनके अलावा फर्जी अखाड़ों को मान्यता नहीं दी जाएगी और न ही उनके महामंडलेश्वर को प्रवेश करने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस बार महाकुंभ से पहले शाही और पेशवाई शब्दों को बदला जाना है, लेकिन आगामी अखाड़ा परिषद की बैठक में इस पर फैसला लिया जाएगा। तिरुपति प्रसादम में मिलावट उजागर होने के बाद उन्होंने अखाड़ों को इसकी जिम्मेदारी साैंपने की मांग उठाई है। साथ ही समिति बनाकर इसमें सभी अखाड़ों के एक-एक सदस्य शामिल करने की बात सरकार के समक्ष रखी है।