उत्तरकाशी। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने जानकीचट्टी क्षेत्र का भ्रमण कर अधिकारियों को यमुनोत्री पैदल मार्ग पर घोड़ा व डंडी के रोटेशन की व्यवस्था का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्थानीय लोगों से बातचीत कर यात्रा के बेहतर प्रबंधन को लेकर उनके सुझाव भी लिए।डीएम ने कहा कि यमुनोत्री धाम तथा जानकीचट्टी क्षेत्र के सुनियोजित विकास के लिए सभी लोगों को समन्वित प्रयास करने होंगे। रविवार को यमुनोत्री धाम के अंतिम पड़ाव जानकीचटृटी पहुंचे डीएम ने कहा कि हर साल तीर्थयात्रियों का आवागमन बढ़ते रहने के कारण यमुनोत्री धाम एवं जानकीचट्टी क्षेत्र को तेजी से विकसित किए जाने की आवश्यकता शासन-प्रशासन के स्तर पर निरंतर महसूस की जा रही है।क्षेत्र के सुनियोजित विकास के लिए नगर निकाय का गठन, मास्टर प्लान बनाने की दिशा में भी पहल हुई है। उन्होंने कहा कि यमुनोत्री धाम के लिए वैकल्पिक मार्ग बनाना शासन-प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए शुरुआती सर्वेक्षण कराए जा रहे हैं। वैकल्पिक मार्ग बनने से यमुनोत्री धाम की यात्रा को व्यापक विस्तार मिल सकेगा। उन्होंने जानकीचट्टी में घोड़ा पड़ाव के निर्माण तथा खरसाली-जानकीचट्टी रिंग रोड के निर्माण तथा अन्य अवस्थापना सुविधाओं को लेकर प्रयास करने की बात कही। इस मौके पर यात्रा मजिस्ट्रेट अभिषेक त्रिपाठी, एसडीएम एवं यमुनोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष मुकेश चंद रमोला, पूर्व विधायक केदार सिंह रावत, पवन उनियाल मौजूद रहे।

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