उत्तरकाशी। यमुनोत्री धाम में गंगा विचार मंच और तीर्थ पुरोहितों, स्थानीय लोगों ने यमुना नदी में स्वच्छता अभियान चलाया। इस दौरान नदी में बहाए जाने वाले वस्त्रों के करीब 100 बोरे एकत्रित कर उनको निस्तारण के लिए भेजा गया। साथ ही यात्रियों को भी नदी स्वच्छता के लिए जागरूक किया गया। केंद्र सरकार के जल शक्ति मंत्रालय की ओर से 17 सितंबर से 2 अक्तूबर तक राष्ट्रीय स्वच्छ मिशन चलाया जा रहा है। अभियान के तहत गंगा विचार मंच, जिला गंगा समिति और यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों ने यमुना नदी में स्वच्छता अभियान चलाया। गंगोत्री धाम के बाद यहां पर भी नदी में यात्रियों की ओर से प्रवाहित किए जाने वाले नए और पुराने वस्त्रों को भी निकाला गया। वहीं, इसके साथ ही गंगा और यमुना की स्वच्छता को लेकर सभी लोगों को शपथ दिलवाई गई। गंगा विचार मंच के प्रांत संयोजक लोकेंद्र बिष्ट ने कहा कि गंगोत्री और यमुनोत्री हर वर्ष लाखों की संख्या में यात्री आते हैं। वे गंगा और यमुना को श्रद्धा के नाम पर शृंगार के सामान और साड़ियां-वस्त्र आदि प्रवाहित करते हैं। यह वस्त्र नदियों में कई स्थानों पर पत्थरों पर अटकने के कारण इसकी सुंदरता को दूषित करते हैं। इसलिए हर वर्ष अभियान चलाकर यात्रियों को दोनों नदियों की स्वच्छता के लिए जागरूक किया जा रहा है।