मां चंडी देवी के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो इसके भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। इसी को देखते हुए लो वोल्टेज की समस्या से जूझ रहे मंदिर परिसर की विद्युत आपूर्ति सुधारी जा रही है। वहीं जगह-जगह पोल आदि लगाए जा रहे हैं।

मां चंडी देवी मंदिर में बीकेटीसी के रिसीवर बैठाने के लगभग सवा माह बाद (एक माह 18 दिन) में ट्रस्ट के खाते में कुल 34 लाख रुपया जमा हुआ है। इस उपलब्धि को लेकर अब सवाल उठ रहे हैं कि वर्ष 2009 में बने ट्रस्ट के अधीन पूरी व्यवस्था होने के बावजूद इतनी बड़ी धनराशि किस खाते में जमा की गई और कहां व्यय हुई।
प्रशासनिक हस्तक्षेप शुरू होने के बाद से परिसर में श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए प्रयास शुरू किए गए हैं। इनमें लो वोल्टेज की समस्या से जूझ रहे मंदिर परिसर की विद्युत आपूर्ति सुधारी जा रही है। वहीं जगह-जगह पोल आदि लगाए जा रहे हैं। बीकेटीसी की अनुमति से चार पुरुष और चार महिला शौचालयों के निर्माण की भी रुपरेखा तय कर ली गई।
वहीं पूर्व में करोड़ों रुपये वार्षिक आमदनी से अब तक मंदिर परिसर में केवल दुकानों का निर्माण किया गया। वह भी जो अवैध हैं और अतिक्रमण की श्रेणी में होने के बाद भी अनौपचारिक तरीके से दुकानदारों को आवंटित की गईं।