ऋषिकेश। परमार्थ निकेतन में विश्व महासागर दिवस के उपलक्ष्य में नमामि गंगे और जल शक्ति मंत्रालय की ओर से मां गंगा जागरूकता और आरती प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में मां गंगा आरती की पूजन विधियों के प्रशिक्षण के साथ जल की महत्ता पर चर्चा की गई। आश्रमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती और साध्वी भगवती सरस्वती ने कार्यशाला का उद्घाटन किया। स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि जब तक हमारे भीतर सागर और नदियों के प्रति श्रद्धा नहीं होगी, तब तक संरक्षण केवल नीतियों तक सीमित रहेगा। साध्वी भगवती सरस्वती ने कहा कि जब हम मां गंगा की आरती करते हैं, हम केवल जल की पूजा नहीं करते बल्कि हम जीवन की पूजा करते हैं। यह कार्यशाला गंगा तट पर सेवा कर रहे पुरोहितों को यह समझाने का माध्यम है कि हर दीप, हर मंत्र, हर आरती एक जन-जागरण का एक दिव्य उपकरण है। इस अवसर पर योगाचार्य आभा सरस्वती, योगाचार्य गंगा नंदिनी, वंदना शर्मा, दुर्गा प्रसाद, संदीप शास्त्री, आचार्य दिलीप क्षेत्री, आयुष, राकेश रोशन, गायत्री गुप्ता, उमा, दिनेश आदि शामिल रहे।