काशी विश्वनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर सुबह छह से नौ बजे तक अखाड़ों के आचार्य, नागा साधु दर्शन करेंगे। इन सभी को गेट नंबर चार से दर्शन कराया जाना है।

महाशिवरात्रि (26 फरवरी) पर सुबह छह से नौ बजे तक अखाड़ों के आचार्य, साधु-संत और नागा साधुओं को श्रीकाशी विश्वनाथ के दर्शन कराए जाएंगे। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया कि इन सभी को गेट नंबर चार से दर्शन कराया जाना है। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा, पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल और डीएम एस राजलिंगम ने सोमवार को गोदौलिया क्षेत्र का निरीक्षण किया।
इसी दौरान मृत्युंजय मठ भी गए और वहां पंचनामदस जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि से मिलकर विचार-विमर्श किया। साथ ही महाशिवरात्रि पर काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन करने जाने वाले अखाड़ों के साधु-संन्यासियों के संबंध में चर्चा की। इसके बाद अखाड़ों के लोगों के दर्शन का समय तय किया गया। इस दौरान आचार्य महामंडलेश्वर ने खुद की लिखी पुस्तक ‘’एटरनल इकोज’’ सभी अधिकारियों को भेंट की।
सुगम दर्शन की व्यवस्था बनाने के निर्देश
मंडलायुक्त ने एडीएम सिटी आलोक कुमार वर्मा और मंदिर के सीईओ विश्वभूषण को अखाड़ों के साथ ही श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन की व्यवस्था बेहतर बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने अखाड़ों के साधु-संतों, श्रद्धालुओं को मंदिर दर्शन के लिए तय मार्गों और गलियों से ले जाने के लिए कहा। पुलिस आयुक्त ने एडीसीपी ट्रैफिक राजेश कुमार पांडेय को यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने हेतु सभी संभव प्रयास करने के निर्देश दिए।