महाकुंभ में आने और जाने के मार्ग को अलग अलग किया गया है। जिससे की लोग आसानी से महाकुंभ की अनुपम छटा का आनंद लेने के साथ ही बिना किसी असमंजस की स्थिति का सामना किए ही प्रस्थान कर सकें।

महाकुंभ में 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आगमन के लिए संगम नगरी तैयार है। महाकुंभ में श्रद्धालुओं की किसी भी असुविधा से बचाव के लिए मेला प्रशासन के साथ ही रेलवे ने भी तैयारी पूरी कर ली है। महाकुंभ में रेलवे की तैयारियों की जानकारी देते हुए उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि महाकुंभ में मेला प्रशासन ने लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आगमन का अनुमान लगाया है। रेलवे के लिए इतनी बड़ी संख्या में भीड़ को नियंत्रित करना किसी चुनाैती से कम नहीं है। श्रद्धालुओं की महाकुंभ की यात्रा सुलभ हो इसके लिए रेलवे ने भी समुचित तैयारी कर ली है। महाकुंभ में आने और जाने के मार्ग को अलग अलग किया गया है। जिससे की लोग आसानी से महाकुंभ की अनुपम छटा का आनंद लेने के साथ ही बिना किसी असमंजस की स्थिति का सामना किए ही प्रस्थान कर सकें। इसके साथ रेलवे स्टेशन पर भी भीड़ नियंत्रण के उपाय किए गए है। श्रद्धालु स्टेशनों के बाहर बने यात्री केंद्रों से होते हुए ही प्लेटफार्म पर जा सकेंगे। महाकुंभ के 50 दिन के दाैरान रेलवे लगभग 13000 ट्रेनों का संचालत करेगा। साथ ही यह संचालन महाकुंभ समापन के दो दिनों के बाद तक होता रहेगा। महाकुंभ के दाैरान चलने वाली 13000 ट्रेनों में 10000 नियमित और 3000 विशेष ट्रेनें होगी। साथ ही 700 मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन दूर दराज से आने वाले श्रद्धालुओं को ध्यान में रखते हुए किया गया है।