मेला प्रशासन का दावा है कि अब तक 58 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु पतित पावनी गंगा में स्नान कर चुके हैं। आज भी श्रद्धालु उत्साह के साथ संगम में डुबकी लगा रहे हैं।

महाशिवरात्रि के पर्व को सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन ने कमर कस ली है। पर्व पर जनपद में ट्रैफिक की व्यवस्था सुचारू हो, इसके लिए रणनीति में बदलाव किया गया है। जनपद की ओर आने वाले सात प्रमुख मार्गों पर ट्रैफिक प्रबंधन की जिम्मेदारी संभालने के लिए सात वरिष्ठ पुलिस अफसरों को इन मार्गों पर तैनात किया गया है। यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार ने शुक्रवार को यह बातें कहीं। वह शुक्रवार को मेला क्षेत्र में पुलिस और प्रशासनिक अफसरों के साथ बैठक करने के बाद मीडिया को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि जनपद की ओर आने वाले सात प्रमुख मार्गों पर ऐसे बिंदु चिन्हित किए गए हैं जहां पर जाम लगता है या ट्रैफिक का दबाव ज्यादा होने पर वाहनों की रफ्तार धीमी हो जाती है। इन प्वाइंटों पर पुलिस के सात वरिष्ठ अफसरों को तैनात किया गया है। यह अफसर अपने-अपने रूट की ट्रैफिक व्यवस्था को संभालेंगे और उच्चाधिकारियों से कोऑर्डिनेट कर जनपद में श्रद्धालुओं के आवागमन को सुचारू बनाएंगे। उन्होंने बताया कि ट्रैफिक मैनेजमेंट को लेकर शुक्रवार को मेला और प्रयागराज कमिश्नरेट पुलिस के अफसरों संग विस्तृत चर्चा भी की गई है।
प्रयागराज में भारी ट्रैफिक
त्रिवेणी संगम में स्नान के लिए श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं। महाकुंभ का आज 40वां दिन है। श्रद्धालुओं का संगम स्नान जारी है। शहर की सड़कों पर भारी ट्रैफिक देखने को मिल रहा है।
26 फरवरी तक चलेगा मेला
प्रयागराज में त्रिवेणी संगम पर महाकुंभ 2025 का हिस्सा बनने के लिए श्रद्धालुओं का आना जारी है। मेला 26 फरवरी तक चलेगा।
65 करोड़ पार कर सकती है संख्या
श्रद्धालुओं के आने का यही क्रम रहा तो अनुमान है कि महाकुंभ में स्नानार्थियों की संख्या 65 करोड़ भी पार हो जाएगी। महाकुंभ का आखिरी स्नान पर्व महाशिवरात्रि 26 फरवरी को हैं। पिछले तीन दिन से सवा करोड़ से अधिक श्रद्धालु स्नान को आ रहे हैं। मेले के बचे छह दिनों में शनिवार और रविवार का अवकाश शामिल है। बचे हुए दिनों में रोजाना सवा करोड़ से भी अधिक लोगों के स्नान करने की उम्मीद है।