पुलिस का दावा है कि सरगना मदरसा शिक्षक महमूद हसन ने पूछताछ में बताया है कि इस काम के लिए उसे यूएई के अबूधाबी से फंडिंग होती थी। वह बदमें पैगामे बहदानियत नाम की संस्था का संचालन करता है और इसका अध्यक्ष भी है।

माघ मेेले में धर्मांतरण कराने वाले रैकेट का भंडाफोड़ मंगलवार को हुआ। यह रैकेट मेला क्षेत्र में धार्मिक किताबों के साथ ही आपत्तिजनक साहित्य भी बंटवाने का काम कर रहा था। इस मामले में सरगना मदरसा शिक्षक महमूद हसन गाजी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उनके कब्जे से 204 धार्मिक किताबों के साथ ही आधार कार्ड, मोबाइल व अन्य सामान बरामद हुआ है।
पुलिस का दावा है कि सरगना मदरसा शिक्षक महमूद हसन ने पूछताछ में बताया है कि इस काम के लिए उसे यूएई के अबूधाबी से फंडिंग होती थी। वह बदमें पैगामे बहदानियत नाम की संस्था का संचालन करता है और इसका अध्यक्ष भी है।
पुलिस अफसरों ने बताया कि सूचना मिली थी कि माघ मेले में कुछ लोग इस्लामिक धार्मिक किताबें बांटकर माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। मौके पर पहुंचकर देखा गया तो दो युवक ठेले पर ऐसा करते मिले। खास बात यह कि उन्होंने ऊपर तो हिंदू धर्म से संबंधित किताबें लगा रखी थीं लेकिन इनके नीचे बड़े पैमाने पर इस्लाम से संबंधित किताबें रखी थीं।